रहस्यमयी लाल आँखें (Rahasymayi Laal Aankhen - Mysterious Red Eyes)
हॉरर और रहस्य से भरी हिंदी कहानी
हवेली का कमरा
हवेली का कमरा अंधेरे से भर चुका था। केवल दो लाल आँखें थीं जो कोनों से झलकती हुई आरव पर गड़ी हुई थीं। तलवार उसके हाथों से छूटकर हवा में तैर रही थी। तभी आवाज़ गूंजी—
“तू सोचता है कि शक्ति तेरी है? मूर्ख! असली मालिक मैं हूँ।”
आरव चिल्लाया— “कौन है तू? सामने आ!”
धुएँ से बनी छवि सामने आई—आधा इंसान और आधा छाया। उसकी उपस्थिति ने पूरे कमरे को हिला डाला।
हवेली पर संकट
बाहर हवेली में हलचल थी। तेज़ हवाएँ दरवाज़ों को तोड़ रही थीं। सैनिक और नौकर खौफजदा खड़े थे। रुद्रप्रताप सिंह गरजे—
“ये कैसी ताक़त है जो हवेली में घुस आई है? पहरा दोगुना करो!”
जल्द ही सभी को अहसास हुआ—यह इंसानी नहीं, बल्कि अलौकिक ताक़त थी।
साधु की आवाज़
उसी वक्त साधु आया और बोला—
“लाल छाया जाग चुकी है। तेरे पूर्वजों का यह शाप है। यह तलवार खून से चलती है और उसका शत्रु भी खून से जन्म लेता है। अगर तू नियंत्रण खो देगा तो तुझी की आत्मा कैद हो जाएगी।”
आरव ने दृढ़ता से कहा— “तो इस बार मैं कैद नहीं रहूँगा!”
अनन्या की पुकार
अनन्या दौड़ी आई। उसकी आँखें डर से भरी थीं।
“आरव! इसे मत अपनाओ… तलवार तुम्हें निगल जाएगी। बदला तुम्हें मुझसे दूर कर देगा।”
आरव का दिल डगमगाया। उसकी पकड़ ढीली हुई। तभी छाया हँसी—
“यही कमजोरी तुझे मेरी कैद में ले आएगी।”
पहला सामना
छाया ने ऊर्जा का गोला बनाकर आरव पर फेंका। आरव ने तलवार पकड़ी और एक वार से लाल चमक फैल गई। हवेली की दीवारें हिल गईं। छाया पीछे धकेली गई लेकिन अगले ही पल फिर टूट पड़ी। अब ये जंग केवल शक्ति नहीं—आत्मा की भी थी।
क्लिफहैंगर – आत्मा का सौदा
तलवार हवा में गरजी—
“आरव! मुझे पूरी तरह अपना ले। तुझे अजेय बना दूँगी। लेकिन कीमत होगी तेरी आत्मा।”
अनन्या चीखी— “आरव! मत करो! ये तुम्हें मुझसे हमेशा के लिए छीन लेगी।” छाया बोली— “बदले के लिए जन्मा है तू! स्वीकार कर और दुनिया तुझे मान लेगी!”
हवेली ढह रही थी और आरव खड़ा था—अपने फैसले के सामने।
अगली कड़ी का टीज़र (Episode 5 Teaser)
- क्या आरव अपनी आत्मा बचा पाएगा या तलवार का दास बन जाएगा?
- रहस्यमयी छाया की असली पहचान उजागर होगी।
- क्या अनन्या आरव को इस प्रलयकारी युद्ध से बचा पाएगी?
आगे आएगा और भी खून, रहस्य और बदले की नई परीक्षा।
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