mera yaar bada hai accha meri karta hai raksha ek rochak kahani : मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा एक रोचक कहानी

मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा :  बाबा बिहारी की एक रोचक कथा कहानी






बाबा बिहारी जो रतन सिंह गांव में रहते थे उनको दुनियादारी से कोई मतलब नहीं था वह तो बस प्रभु श्री कृष्ण की भक्ति में लीन रहते थे।और उनको अपना यार मानते थे उनके मुख से बस यही शब्द बहुत अधिक बार निकलते थे मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा

रतन सिंह गांव के लोग बाबा बिहारी को पागल समझते थे।गांव का कोई युवक या कोई अन्य व्यक्ति उनको चाहे तो पत्थर मारे चाहे गाली दे चाहे उनके साथ कोई भी अन्याय करें,वह तो बस सिर्फ एक ही बात कहते थे मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा 

गांव के लोग बाबा बिहारी जी की इस बात पर हसा करते थे लेकिन बाबा बिहारी इन सब बातों पर तनिक भी ध्यान नहीं देते थे।और वह अपनी मस्ती में रहते थे


एक समय की बात है बाबा बिहारी ने दो-तीन दिन से खाना नहीं खाया था ।बाबा बिहारी बहुत भूखे थे।गांव के पास एक होटल बना था उसके सामने बाबा बिहारी खड़े हो गए और होटल के सामने देखने लगे। 

होटल में परिवार के साथ एक व्यक्ति खाना खा रहा था वह बाबा बिहारी के पास गया और पूछा बाबा क्या आपको भूख लगी है बाबा ने बोला हां लगी तो है,अगर मेरा यार खाना खिलाएगा तो हम खाना खा लेंगे अगर यार नहीं खिलाएगा तो नहीं खाएंगे।
 
वह व्यक्ति बड़ा ही सीधा व्यक्ति था और भगवान को मानता था अतः उसने बिहारी बाबा को खाना खिला दिया।अब बिहारी बाबा अपने यार को धन्यवाद देते हुए होटल से निकल पड़े और मन ही मन अपने प्रभु की लीला का गुणगान कर रहे थे और और धीरे-धीरे यह भी बोल रहे थे मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा और यह कहते हुए चले जा रहे थे।

रास्ते में एक जगह सड़क पर गड्ढा बना हुआ था उसमें बहुत सारा पानी भरा हुआ था।बाबा बिहारी को ना जाने क्या हो गया।और इस गड्ढे में बहुत तेज तेज कूदने लगे और बहुत तेज तेज बोलने लगे मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा

रास्ते में कुछ नवयुवक जा रहे थे और जब बाबा बिहारी उस गड्ढे में कूद रहे थे तो पानी की कुछ छींटे उन नवयुवकों पर पड़ गए नव युवकों की ड्रेस को देखकर ऐसा लग रहा था कि वह किसी पार्टी में जा रहे थे अब उसमें से एक युवक बोला बाबा तू अंधा है क्या ? तुझे दिखाई नहीं देता है ? तूने मेरे सारे कपड़े खराब कर दिए।

उन नवयुवकों में से एक बोला अरे यह पागल बाबा है इसको कुछ समझ में नहीं आता है एक काम करते हैं आज  बाबा को पकड़ कर पीटते हैं इसका सब पागलपन दूर कर देते हैं।

सारे नवयुवक मिलकर बाबा की पिटाई करने लगते हैं। और बहुत बुरी तरीके से बाबा को मारते हैं और बाबा को वहीं छोड़कर आगे चले जाते हैं। अब बाबा बिहारी अपने यार से कहते है ,क्या बात है मेरे यार पहले तो दिया मुझे दिया खाना और अब दिया बजाना । 

कोई नहीं मेरे यार जैसे तुम रखोगे मैं वैसे रहूंगा अब बाबा धीरे से मन ही मन में फिर से यह कहने लगे मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा और यह बोलकर पास में एक पेड़ के पास जाकर बैठ गए ।

उधर दूसरी तरफ वह नवयुवक हंस कर जा रहे थे और आपस में बोल रहे थे कि चलो अब यह बाबा फिर से ऐसा कुछ नहीं करेगा आज हमने  बाबा की अकल ठिकाने लगा दी और यह सब बोलकर आगे चल ही रहे थे कि अचानक से पीछे से एक ट्रक आया और उन सारे के सारे नव युवकों को ठोकर मार कर निकल गया।

सारे के सारे नवयुवक जमीन पर पड़े थे किसी का हाथ टूटा था किसी का पैर टूटा था किसी के माथे पर चोट थी तो किसी की नाक से खून बह रहा था और सारे नवयुवक जोर-जोर से कराह रहे थे।

स्थानीय लोगों ने जैसे ही यह घटना देखी दौड़े-दौड़े नव युवकों  के पास आए और उन सबको एक गाड़ी में बैठा कर अस्पताल ले गए।

पास में खड़ा एक वृद्ध इस पूरी घटना को देख रहा था कि कैसे बिहारी बाबा पानी में उछल रहे थे और उन लोगों ने बिहारी बाबा की पिटाई की और जैसे ही नवयुवक कुछ दूर आगे चले और उनको ट्रक ने ठोकर मार दी।


 वह वृद्ध मन ही मन में सोचने लगा जरूर बिहारी बाबा ने इन नव युवकों को श्राप दिया है। एक बार चलकर बिहारी बाबा से पूछ लेना चाहिए वह वृद्ध बिहारी बाबा के पास जाता है और कहता है कि आपने नव युवकों को क्यों श्राप दिया ?
 बिहारी बाबा बोलते हैं कि मैंने किस नव युवकों को श्राप दिया वह वृद्ध बाबा से कहता है की नवयुवकों को, जिन्होंने अभी थोड़ी देर पहले आपकी पिटाई करी थी।

बिहारी बाबा बोलते हैं कि मैं क्यों किसी को श्राप दूंगा मेरे लिए सब समान है अब वह वृद्ध बिहारी बाबा से पूछने लगा कि फिर उनका एक्सीडेंट कैसे हो गया ?

बिहारी बाबा एक क्षण सोचते हैं बिहारी बाबा उस वृद्ध को बोलते हैं लगता है तुमने पूरा घटनाक्रम देखा है और यह कहकर मुस्कुराने लगते हैं।

 बिहारी बाबा उस वृद्ध को पूछते हैं मुझे एक बात बताओ जब मैं पानी में कूद रहा था तो सिर्फ एक नवयुवक के ऊपर पानी के छींटे पड़े थे।तो सारे के सारे  नव युवकों ने मेरी पिटाई क्यों कर दी ? 

वृद्ध ने बिहारी बाबा को बोला क्योंकि वह वह सब एक दूसरे के यार थे जैसे ही आपके  द्वारा पानी के गड्ढे  में उछलने पर सिर्फ एक नवयुवक के कपड़ों पर छींटे लगे और वह सब नवयुवक यह बर्दाश्त नहीं कर पाए और उन सब नव युवकों ने मिलकर आपकी पिटाई कर दी। 

अब तो बिहारी बाबा ठहाके मार मार कर हंसने लगे और बोले मेरा यार तो यारों का यार है जब उनके यार सहन नहीं कर पाए तो मेरा यार यह सब कैसे सहन कर पाता

 और यह कहकर बाबा फिर वही बोलने लगे मेरा यार बड़ा है अच्छा मेरी करता है रक्षा यह सब सुनकर अब उस वृद्ध के पास पास बोलने के लिए एक भी शब्द ना थे।

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